Biggest Mystery in Plane: दोस्तों अपने प्लेन के गायब होने की कई सारी घटनाओं के बारे में सुना होगा। लेकिन वह प्लेन गायब नहीं हो के कहीं ना कहीं क्रश होकर परी रहती है जिसे बाद में खोज लिया जाता है। लेकिन आज हम एक ऐसे प्लान के बारे में बात करने जा रहे हैं साइंटिस्ट या दुनिया के खोज करने वाले टीम द्वारा खोज नहीं गया बल्कि बहुत जहाज अपने आप ही 35 साल बाद रहने पर लौट आया।
यह कहानी सुनकर आपको काफी आज चार्ज लग रहा होगा लेकिन यह सच है। एक ऐसी प्लान जो अपने रनवे से उड़ती है जिसे अगले रनवे पर 18 घंटे बाद उतरना होता है लेकिन वह अचानक से रास्ते में ही कहीं गायब हो जाता है और 35 साल बाद अपने आप यह रनवे पर वापस आ जाता है। आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि उसमें बैठे पैसेंजर का क्या हुआ होगा तो इसे जानने के लिए आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
Biggest Mystery in Plane
दोस्तों यह बात सन 1954 की है जब पश्चिमी जर्मनी के एक आंकीन एयरपोर्ट से सेंटियागो एयरलाइंस की फ्लाइट नंबर 513 उड़ान भरती है जिसमें कुल 93 लोग बैठे हैं जिसमें 88 पैसेंजर और चार क्रू मेंबर है जिसे 18 घंटे बाद लैंड करना था ब्राजील के एक एयरपोर्ट पोर्टो अलेग्रा पर लैंड करना था। लेकिन 18 घंटे बाद इस प्लेन का कोई अता पता नहीं चलता है। लोग हैरान हो जाते हैं कि आखिर प्लेन कहां गया
दरअसल दोस्तों 1954 में लोगों के पास इतनी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी नहीं थी, उसे समय वैज्ञानिकों द्वारा अपने रिसर्च के अनुसार क्रेडिट कार्ड समय और स्थान का पता लगाया जाता था। आपने कोई ऐसी हॉलीवुड मूवीस में देखे होंगे जिसमें जहाज चलाने वाले के साथ एक लोकेशन और सही समय पता लगाने वाला व्यक्ति होता था जो एग्जैक्ट जगह और समय का अनुमान लगाकर जहाज को किनारे पर लेकर जाता था। उसे समय हमारे पास कम्युनिकेट करने के लिए कोई एडवांस टेक्नोलॉजी नहीं थी।
इसलिए लोगों को लगा के प्लेन 18 घंटे में अपने स्थान पर पहुंच गई होगी। लेकिन जब 18 घंटा बचने के जर्मनी की एयरपोर्ट पर प्लेन लैंड नहीं करती है तब सब सच में पड़ जाते हैं। आखिर यह प्लेन कहां चली गई।
आपको एक चीज बता दे की इस रोड पर चलने वाली गाड़ियों के लिए रोडवेज बनाया गया है। ऐसे ही आसमान में एयरपोर्ट टू एयरपोर्ट पर प्लेन को उड़ाने के लिए सेट पर तैयार किया गया है। जिन्हें फॉलो कर एग्जैक्ट समय में प्लान एक एयरपोर्ट से दूसरे एयरपोर्ट पर जाती है। हालांकि फिर भी आज के समय में ऐसे टेक्नोलॉजी है जिससे प्रेम की हर एक सिग्नल और स्थान का पता रेडियोएक्टिव के द्वारा लगाया जाता है।
प्लेन के गायब होते हैं जिसकी ट्यूब प्लेन की खोजने में लग जाते हैं सभी टीम उन सभी संभावनाओं पर काम करती है जो एक प्लान के साथ घट सकती है। जैसे की प्लेन जब उड़ान भरी होगी तो प्लेन का सिग्नल कहां से टूटा होगा, प्लेन में मौजूद फ्यूल के अनुसार प्लेन किसी भी डायरेक्शन में कहां तक जा सकती है, प्लेन के क्रश की कौन-कौन सी वजह हो सकती है और प्लेन में बैठे हैं उन 88 पैसेंजर और चार करूं मेंबर की भी हिस्ट्री निकल गई।
लेकिन इतने छानबीन के बाद भी रेस्क्यू टीम को प्लेन के बारे में कोई अहम जानकारी नहीं मिले की आखिर प्लेन कब और कहां से गायब हुए। जब सारी रेस्क्यू टीम की कोशिश नाकाम हो गई तब लोगों ने से एक मिस्टीरियस घटना मानकर रिसर्च टीम ने इसे बंद कर दिया।
प्लेन गायब होने के अन्य घटनाएं
कुछ लोग लोगों को लगा क्यों प्लेन आसमान में ही कहीं गायब हो गए होंगे और कुछ लोगों का बालक है कि प्लेन को एलियन ले गया होंगे। हालांकि प्लेन गायब होने की यह घटना पहली बार नहीं थी इससे पहले भी कई बार प्लेन गायब हुए हैं।
- जैसे 1953 में दुनिया के भ्रमण के लिए निकली एक प्लेन जिसको एमिलिया इलाहाबाद नाम की एक महिला उड़ा रही थी। जो प्रशांत सागर के आसपास से ही अचानक से गायब हो गई और इस प्लान की अंतिम लोकेशन वही देखी गई थी। लंबे समय की खोज के बाद जब भी आप प्लान नहीं मिली तो एमिलिऐल हार्ट को मृत घोषित कर दिया गया और सारे सर्च ऑपरेशन बंद कर दिए गए।
- ब्रिटिश साउथ अमेरिका एयरवेज साउथ ईस्ट के लिए सन 1947 में यह प्लान उड़ान भरी लेकिन यहां प्लान भी अपने समय से स्थान पर नहीं पहुंची और रास्ते में ही कहीं गायब हो गई। लेकिन प्लेन की गायब होने के 50 साल बाद एक रेस्क्यू को पता चला कि प्लेन अर्जेंटीना के एंडीज पर्वत से टकरा गई थी।
- दोस्तों ऐसे ही उस आर्मी के एयरक्राफ्ट b24d सन 1945 में अपने मिशन पर जा रही थी। लेकिन बीच रास्ते में कहीं गायब हो गई लेकिन एक रेस्क्यू टीम द्वारा 15 साल बाद इस खोज लिया गया। लेकिन हैरानी की बात यहां थी कि 15 साल बाद भी उसे प्लेन की सभी चीज ठीक थी बस उसमें बैठे लोगों को छोड़कर।
सेंटियागो एयरलाइंस के प्लान नंबर 513 को भी एक मिस्टीरियस घटना मानकर भूल जाते हैं लेकिन समय को कुछ और ही मंजूर था दोस्तों बात सन 1981 की है जब एयरपोर्ट पोर्टो एलेग्रे किरदार में एक प्लान के आने की सिग्नल दिखाई पड़ती है जो बिना किसी इजाजत के लैंड करने जा रहा था सभी या जानकर हैरान रह जाते हैं कि आखिर यह अन्योन प्लेन यहां कहां से आ रहा है। लेकिन फिर भी इस प्लान को लैंड करने के लिए रनवे को खाली किया गया।
लेकिन जब जब प्लेन लैंड हुई तब लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई क्योंकि यह प्लान 35 साल बाद फिर रेलवे पर लैंड हुआ था और प्लेन की कंडीशन बिल्कुल वैसे ही थी जैसे 35 साल पहले थे। एक्सप्लेन के आने के बाद लोगों ने ढेर सारे कंस्पायरेसी थिअरी बनाएं जिसमें से कुछ कंसंट्रेशन थ्योरी काफी प्रचलित हुई।
जैसे कि प्लेन किसी टाइम जोन में फंस गया था जो 35 साल बाद किसी भी तरह वापस आ गया। और प्लेन के लिए यह 18 घंटा ही था लेकिन तब तक धरती पर 35 साल बीत गए। यानी की धरती पर 35 साल प्लेन के लिए 18 घंटे के बराबर था। जैसे की टाइम टेबल जैसी कहानियों में होता है। अगर आप टाइम ट्रेवल जैसे घटनाओं के बारे में पढ़ना पसंद करते हैं तो टाइम ट्रेवल संभव है या टाइम ट्रैवल की असली घटना पर आधारित कहानी पढ़ने के लिए आप इस लिंक पर जा सकते हैं।
प्लेन में बैठे यात्रियों का क्या हुआ इसके साथ ही प्लान कौन उड़ा रहा था यह सभी मिस्त्री ही रह गई। विभिन्न न्यूज़ मीडिया के द्वारा विभिन्न तरह के इमेज प्रकाशित किए गए जिसमें दिखाया गया कि 35 साल बाद प्रेम सुरक्षित तो लैंड हुआ लेकिन उसमे बैठे लोगों कंकाल में बदल गया प्लेन कौन उड़ा रहा था यह किसी को पता नहीं है। इसकी जानकारी भी कैसे साइंटिस्ट के द्वारा बाहर प्रकाशित नहीं की गई।