Mysterious incident of Titanic: टाइटेनिक जहाज के साथ घटी रहस्यमई घटना

Mysterious incident of Titanic: दोस्तों टाइटेनिक जहाज के बारे में आप लोगों ने जरूर सुना होगा क्योंकि टाइटैनिक के साथ हुई घटना के बारे में आपने कई कहानियां सुनी होगी या फिर फिल्में जरूर देखी होंगे। यह घटनाएं इतनी बड़ी थी कि लोग आज भी इसे नहीं भूल पाते हैं। बदलते दौर के साथ टाइटेनिक जहाज के डूबने की डूबने की कई राज में कारण बताई गई। आज के इस आर्टिकल हम में हम आपको टाइटेनिक जहाज के साथ घटी मिस्टीरियस इंसिडेंट के बारे में विस्तृत रूप से बताने जा रहे हैं।

Mysterious incident of Titanic

आपको बता दे की टाइटेनिक जहाज के साथ जो घटना घटी इसकी जानकारी टाइटेनिक जहाज के मालिक के व्हाइट स्टार लैंड के बेटे को पहले से थे। यह सुनकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा कि आखिर इतने छोटे लड़के को इतने बड़े इंसिडेंट के बारे में कैसे पता था। दोस्तों अपने इस बात पर गौर किया होगा कि कई बार आप कुछ चीज सोचते हैं या सपने देखते हैं कल होकर वह पूरा हो जाता है।

ऐसा ही कुछ हुआ था व्हाइट स्टरलैंड के बेटे के साथ, एक दिन जब वह सोकर उठा तब उसने अपने पिता को कहा कि उसने सपने में एक बड़े से जहाज के डूबने के बारे में देखा जो दुनिया की सबसे बड़ी जहाज माने जा रही थी। लेकिन उसके पिता ने बच्चों की बातों पर ध्यान नहीं दिया।

काफी लंबा समय बीतने के बाद व्हाइट स्टार लैंड के बेटे ने जो सपने देखे थे वह अब सच होने वाला था। टाइटेनिक दुनिया का सबसे बड़ा और अजूबा जहाज था क्योंकि इंसानों द्वारा बनाई गई उसे समय की सबसे बड़ी चीज थी। इसके बड़े होने का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 269 मी बड़े लंबाई वाले स्टैटिक जहाज को अगर खड़ा कर दिया जाए तो यह आज के कई बड़े मंजिलों से भी ऊंचा होगा। इस जहाज में कर दुआ फेंकने वाला चिमनी बना था एक धुआं फेंकने वाला चिमनी की बीच की चौड़ाई इतनी थी कि उसे दो ट्रेन आसानी से पास हो सकते थे।

टाइटेनिक जहाज को बनाने का कार्य 31 मई सन् 1909 में 30 हजार लोगों की एक टीम द्वारा शुरू की गई। और बस 31 महीने में यानी की 31 मई सन 1911 तक यह बनकर तैयार हो गया लेकिन इसमें चिमनिया लगाने और इसके डेकोरेशन सजाने का कार्य 1912 तक चलता रहा।

बात 10 अप्रैल 1912 की है जब टाइटेनिक इंग्लैंड से न्यूयॉर्क की ओर रवाना हुआ। दोस्तों कभी ना डूबने वाला जहाज टाइटैनिक कभी किसी ने सोचा भी नहीं था कि टाइटैनिक की यह सफर आखिरी सफर हो सकता है। इस जहाज में अनुमान के अनुसार लगभग 3000 से भी अधिक यात्री एक साथ सफर कर रहे थे। सफर करने वाले यात्रियों के लिए मीट, अंडा, मछली, बियर, शराब, और सिगरेट और इसके अलावा कोई तरह के पकवान का इंतजाम किया गया था।

टाइटेनिक जहाज को चलाने के लिए एक दिन में कई कुंतल कोयले का इस्तेमाल किया जा रहा था 3000 यात्रियों में सिर्फ 130 लोगों का कार्य टाइटैनिक को चलाने के लिए भट्टी में कोयल डालने का था। प्रतिदिन टाइटेनिक से लगभग 4 कुंतल से ऊपर धुआं निकलता था। लगभग चार दिनों तक टाइटैनिक का सफर ठीक-ठाक से चला।

लेकिन 14 अप्रैल 1912 की रात 12:00 बजे या जहाज यूके बड़े से हम पर्वत से टकरा गया। जिस जहाज में बड़ा सा छेद हो गया और पानी भरना शुरू हो गया। जैसे ही जहाज इन पर्वत से टकराया लोगों में डर का माहौल शुरू हो गया ऊपर से जहाज में पानी भरना लोगों को और ज्यादा घबराहट होने लगी। ऐसा दूसरी तरफ जहाज में मौजूद लाइफ पार्ट से बच्चों और बूढ़े व्यक्तियों को पानी में उतरना शुरू कर दिया।

आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसी स्थिति में कई लोगों ने अपना हाथ बताया वही उसे जहाज पर बाजार है संगीतकार ने ऐसी स्थिति में भी लोगों का ध्यान भटकाए रखने के लिए संगीत बजाते रहे। आइसबर्ग से जहाज के टकराने के लगभग लड़ाई घंटे बाद ही जहाज पूरी तरह से पानी में डूब गया और इसमें मौजूद यात्रियों में से लगभग आधे यात्रियों की मौत हो गई। दोस्तों यह थी Mysterious incident of Titanic लेकिन अब हम आपको इसके कुछ अनसुलझे फैक्ट के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जाने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे।

Fact About Mysterious incident of Titanic

  • टाइटेनिक जहां डूबा था उसे पानी के नीचे का तापमान लगभग 2 डिग्री था जिसमें कोई भी इंसान 5 मिनट से ज्यादा सरवाइव नहीं कर सकता था। टाइटैनिक को कभी ना डूबने वाला जहाज कहा गया था शायद इसीलिए इस जहाज पर सिर्फ 20 लाइव वोट ही थे अगर ज्यादा लाइव वोट होती है तो इतने लोग नहीं मारे जाते।
  • टाइटेनिक जहाज में चार बड़ी चिड़िया लगी हुई थी जिनमें से तीन चिमनी आए असली थी जिसे धुआं निकलते थी एक चिमनी को सिर्फ टाइटेनिक जहाज को स्टेबल रखने के लिए लगाया गया था।
  • टाइटेनिक जहाज साथ घटी मिस्टीरियस घटना अटलांटिक महासागर में हुई थी जिसे डूबने के कई सालों बाद वैज्ञानिकों द्वारा 1 सितंबर 1985 को जहाज का मालवा ढूंढ लिया गया। जो समुद्र के 12500 फीट नीचे था। आपको जानकर हैरानी होगी कि जहाज का मालवा ढूंढने में वैज्ञानिकों को लगभग 73 साल लग गए।
  • दोस्तों इस घटना पर आधारित सच्चे फिल्म बनाई गई है टाइटेनिक जो पूरी दुनिया में काफी प्रचलित हुई और लोगों ने इसे काफी पसंद किया। टाइटेनिक फिल्म उसे समय की और आज की सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक है जिसने सबसे अधिक कमाई कर रिकॉर्ड बनाया है। दोस्तों ऐसी कहानी सुनाने में टाइम ट्रेवल जैसी लगती है। अगर ऐसा होता कि लोग टाइम कर ट्रेवल कर पाते हैं तो उसे समय घटी घटना को होने से बचाया जा सकता था।

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